News APP

NewsApp (Free)

Read news as it happens
Download NewsApp

Available on  gplay

This article was first published 5 years ago
Home  » Movies » 'मैं हमेशा चाहता था कि मेरी फिल्मों में मेरी आवाज़ सेक्सी लगे'

'मैं हमेशा चाहता था कि मेरी फिल्मों में मेरी आवाज़ सेक्सी लगे'

By दिव्या सोलगामा
September 15, 2019 00:05 IST
Get Rediff News in your Inbox:

'मैं अपनी फिल्में एक बार से ज़्यादा नहीं देखता, वर्ना मुझे ख़ुद से प्यार हो जायेगा'

Kind courtesy Ayushmann Khurrana/Instagram

फोटोग्राफ: Ayushmann Khurrana/Instagram के सौजन्य से

आयुष्मान खुराना एक के बाद एक अच्छी स्क्रिप्ट चुन रहे हैं।

और बदले में उन्हें मिली हैं लगातार हिट्स और एक नेशनल अवॉर्ड।

क्या उनकी फिल्म ड्रीम गर्ल बॉक्स एक बार फिर बॉक्स ऑफ़िस पर धमाका करेगी?

यह मेरी अब तक की सबसे ज़्यादा कमर्शियल फिल्म है," आयुष्मान ने रिडिफ़.कॉम  की संवाददाता दिव्या सोलगामा को बताया।

आज के अभिनेता और गायक के रूप में लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के गाने ड्रीम गर्ल... किसी शायर की ग़ज़ल पर आपका क्या कहना है?

लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल महान हस्तियाँ हैं। मुझे लगता है उन्होंने पारसमणि  से बेहद कम उम्र में शुरुआत की थी। उस समय उनकी उम्र मुश्किल से 20 साल की रही होगी।

यह गाना अलग है क्योंकि उस समय हिंदी गाने में अंग्रेज़ी शब्द होना आम बात नहीं थी। लोग उस समय उर्दू पर ज़्यादा ध्यान देते थे।

लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल अक्सर (गीतकार) आनंद बख़्शी साहब के काम किया करते थे।

इसके अलावा, मुझे आज भी लगता है कि हेमा मालिनीजी हिंदी सिनेमा की असली ड्रीम गर्ल हैं।

Ayushmann with Nushrat Bharucha in Dream Girl.

फोटो: ड्रीम गर्ल  में नुसरत भरुचा के साथ आयुष्मान।

आपने हाल ही में एक नेशनल अवॉर्ड जीता है। आप अपने करियर को आगे कैसे बढ़ाना चाहते हैं?

नेशनल अवॉर्ड एक तरह का प्रेशर है, जो मेरे लिये अच्छा है और कुछ ज़िम्मेदारियाँ लेकर आया है, जिन्हें उठाने के लिये मैं तैयार हूं।

इससे यह भी पता चलता है कि मेरे फ़ैसले सही थे।

तो मुझे नहीं लगता कि मुझे अपना फॉर्मुला या स्क्रिप्ट के बारे में अपनी सोच बदलने की कोई ज़रूरत है।

मैं बस अपने बेसिक्स पर चलना चाहता हूं, और डायरेक्टर्स, प्रोड्यूसर्स या को-ऐक्टर्स के नामों के पीछे नहीं भागना चाहता।

हवाईज़ादे  के असफल होने के बाद मैं ख़ुद से पूछा करता था कि मेरी पसंद में क्या ग़लती हुई है।

लेकिन यह मेरे लिये एक अच्छा सबक रहा।

अगर वो नहीं होता, तो यह सफलता भी नहीं होती।

इसलिये, मैं अपनी आज की सफलता के लिये अपनी असफल फिल्मों का धन्यवाद करता हूं।

लेकिन ख़ुशी की बात है कि दम लगा के हइशा हवाईज़ादे  के बाद आयी, जिसे सभी ने पसंद किया।

मेरी प्यारी बिंदु  एक ख़ूबसूरत फिल्म थी, लेकिन बॉक्स ऑफ़िस पर नहीं चल पाई।

मैंने उस किरदार में अपना जी-जान लगा दिया था; मुझे बहुत मज़ा आया था!

मुझे नहीं पता कि कहाँ ग़लती हुई।

मुझे उस फिल्म के बारे में मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली।

लेकिन वो फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है।

आपने एक के बाद एक हिट्स दी हैं। क्या आपके प्रति लोगों का व्यवहार बदला है?

मैं अगल-अलग चीज़ें आज़माना चाहता हूं, और हर बार सफलता के बारे में नहीं सोचना चाहता।

मेरे लिये, ड्रीम गर्ल  बहुत अलग है, और मेरी पिछली फिल्मों से काफी हट के है।

यह मेरी अब तक की सबसे ज़्यादा कमर्शियल फिल्म है।

मैं 1990 के दशक की कॉमेडी में उतरा हूं और इसमें मैंने ख़ुद के भीतर के गोविंदाजी को बाहर लाने की कोशिश की है।

Ayushmann with Parineeti Chopra in Meri Pyaari Bindu.

फोटो: मेरी प्यारी बिंदु  में आयुष्मान और परिनीति चोपड़ा

आप स्क्रिप्ट चुनते समय किसकी सलाह मानते हैं?

मैं किसी से सलाह नहीं लेता; मैं अपने दिल की सुनता हूं।

लेकिन हाँ, मेरी पत्नी और मेरा मैनेजर मेरी स्क्रिप्ट पढ़ते हैं।

मैं अपने बेसिक्स पर चलना चाहता हूं। सबसे पहली बात, उसमें भारतीय सिनेमा के लिये कुछ नया होना चाहिये।

दूसरी बात, स्क्रिप्ट ऐसी होनी चाहिये कि दर्शक कम से दो घंटों तक खोये रहें।

आखिरी बात, इसमें कुछ और ख़ास बात होनी चाहिये।

आप ड्रीम गर्ल  में पूजा नाम की लड़की बने हैं। क्या ऐसे किरदार आपकी निजी ज़िंदग़ी पर असर डालते हैं?

मेरी फिल्में कभी मेरी निजी ज़िंदग़ी को प्रभावित नहीं करतीं।

मैं कभी किसी किरदार को घर लेकर नहीं आता।

मैं बहुत ही अलग-थलग रहने वाला इंसान हूं।

साथ ही, मैं अपनी फिल्में एक बार से ज़्यादा नहीं देखता, वर्ना मुझे ख़ुद से प्यार हो जायेगा (हँसते हुए)। अगर आपको ख़ुद से प्यार हो जाये, तो आप और किसी चीज़ के बारे में नहीं सोचेंगे।

A scene from Dream Girl.

फोटो: ड्रीम गर्ल का एक दृश्य।

क्या लड़की बनना मुश्किल है?

बहुत ही मुश्किल! मैं शारीरिक बनावट की बात कर रहा हूं, क्योंकि मुझे बार-बार दाढ़ी बनानी पड़ी थी और बहुत सारा मेक-अप और कपड़े पहनने पड़े थे।

साथ ही, आपको थोड़ा लड़की जैसा दिखना भी चाहिये, और आपमें वैसे हाव-भाव होने चाहिये।

लड़की बनना बेहद मुश्किल काम है।

क्या आपने किसी फिल्म से प्रेरणा ली है?

हाँ, मैंने कुछ लोगों से प्रेरणा ली है, जैसे आंटी नं 1 के गोविंदाजी  और चाची 420 के कमल हासन

लेकिन उस फिल्म कमल हासन ने बेमिसाल अभिनय किया है।

Ayushmann in Dream Girl. Photograph: Kind courtesy Ayushmann Khurrana/Instagram

फोटो: ड्रीम गर्ल में आयुष्मान। फोटोग्राफ: Ayushmann Khurrana/Instagram के सौजन्य से

फिल्म में लड़की का किरदार निभाते समय शरारत और अश्लीलता के बीच बहुत ही कम फासला होता है। आपने दोनों के बीच संतुलन कैसे बनाया?

मैं अपनी गंभीर, डार्क फिल्म आर्टिकल 15 से बिल्कुल अलग कुछ करना चाहता था।

मैं कुछ ऐसा करना चाहता था जिसे लोग मेरे ज़ोन से बाहर का समझते हैं, और ड्रीम गर्ल  ऐसी ही फिल्म है।

मैं हसीना मान जायेगी और शोला और शबनम  जैसी स्लैप्स्टिक फिल्में देखते हुए बड़ा हुआ हूं। 

ड्रीम गर्ल  उसी तरह की फिल्म है।

सभी को ड्रीम गर्ल  में आपकी सेक्सी आवाज़ बहुत पसंद आ रही है। बॉलीवुड की अभिनेत्रियों में सबसे सेक्सी आवाज़ किसकी है?

मैं हमेशा चाहता था कि मेरी फिल्मों में मेरी आवाज़ सेक्सी लगे, और ड्रीम गर्ल  में मुझे मौका मिल गया।

मुझे लगता है कि प्रियंका चोपड़ा और रानी मुखर्जी की आवाज़ बेहद सेक्सी है।

Kind courtesy Ayushmann Khurrana/Instagram

फोटोग्राफ: Ayushmann Khurrana/Instagram के सौजन्य से

आपने 2004 में एमटीवी रोडीज़  रिऐलिटी शो का दूसरा सीज़न जीता था और फिर ऐंकरिंग के करियर की ओर चले गये। अपनी ज़िंदग़ी के उस दौर के बारे में कुछ बतायें।

मैं रघु (एमटीवी रोडीज़ के होस्ट) का बहुत अच्छा दोस्त हूं। वह बॉम्बे का पहला आदमी है जिसने मेरा पोर्टफोलियो बनाने और उससे जुड़ी हर चीज़ में मेरी मदद की।

मेरी ज़िंदग़ी का पहला ऑडीशन रघु के कारण हुआ।

मैं एमटीवी में उसी के कारण आ पाया।

आपने कौन से सबक सीखे हैं?

आपको सोचना चाहिये कि आप इस दुनिया में अपनी जगह कैसे बनायेंगे।

आपका कोई लक्ष्य होना चाहिये, सिर्फ हुनर काफ़ी नहीं है।

हुनर हर किसी में है, लेकिन अगर आपका कोई लक्ष्य है, तो आप अपने सफ़र को दिलचस्प और सफल बना सकते हैं।  

Get Rediff News in your Inbox:
दिव्या सोलगामा
Related News: Ayushmann, Instagram