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वीडियो: यह जैज़ म्यूज़िशियन आपके होश उड़ा देगा

June 21, 2019 19:07 IST

जो वेसोकर का वीडियो देखकर आपको ट्रम्पेट (तुरही) से प्यार हो जायेगा।

मॉर्निंग वॉक पर बांद्रा बाज़ार रोड से ग़ुज़रने पर आपको तुरही की आवाज़ ज़रूर सुनाई देती है।

अगर आप इस आवाज़ के पीछे जायें, तो यह आवाज़ आपको एक रो हाउस में ले जायेगी।

घर के बाहर आपको टी-शर्ट पहने एक लंबे और पतले सज्जन दिखाई देंगे, जो एक छोटी से टूटी-फूटी कुर्सी पर बैठे अपनी आँखें मूंदे तुरही बजा रहे होंगे।

बहुत ही अच्छा लगता है, जब आस-पड़ोस के लोग इस मधुर संगीत को सुनकर मुस्कुराते हुए यहाँ से ग़ुज़रते हैं।

उनकी चाल कभी धीमी नहीं होती, जिससे पता चलता है यह इस जगह के लिये रोज़ की बात है।

A studio shot of Joe Vessoakar from the movie What Man, Joe! by Rafeeq Ellias. Photograph: Kind Courtesy Joe Vessoakar

फोटो: व्हॉट मैन, जो! मूवी से जो वेसोकर का रफ़ीक एलियस द्वारा लिया गया एक स्टूडियो शॉट।  फोटोग्राफ: जो वेसोकर के सौजन्य से

जल्दी अपना दिन शुरू करने वाले फलों और सब्ज़ियों के विक्रेता दूर से बजते संगीत का मज़ा लेते हुए अपना काम करते हैं।

उनसे तुरही वादक के बारे में पूछिये, तो वो कहेंगे, "वो जो बैंडवाला है। सुबह रोज़ बजाता है। अच्छा लगता है हमें, काम पे आने के लिये।"

किसी दिन अगर जो ने अपनी तुरही नहीं बजाई, जो लोग परेशान हो जाते हैं कि सुरीला संगीत कहाँ ग़ायब हो गया।

Joe at Bandra's Yacht resto bar, his favourite haunt. Photograph: Kind Courtesy Joe Vessoakar

जो बांद्रा के यॉट रेस्टो बार में, जो उनकी मनपसंद जगह है। फोटोग्राफ: जो वेसोकर के सौजन्य से  

जो सात साल की उम्र से बांद्रा की गलियों में प्रोफेशनल म्यूज़िक बजाते आ रहे हैं।

चार साल की उम्र में चम्मच, टिन के डब्बे, स्टील की प्लेट्स और फोर्क उनके वाद्य यंत्र हुआ करते थे।

और अब 70 साल के करीब की उम्र में भी, जो को लगता है उन्हें और प्रैक्टिस करनी चाहिये।

उनके अनुसार कोई भी कभी इस बात का दावा नहीं कर सकता कि उसे संगीत के बारे में सब कुछ पता है।

"हमें हमेशा सीखते रहना चाहिये। ऐसा तभी होगा, जब आपको अपने काम से प्यार हो।," उन्होंने कहा।

उनके पिता ने उन्हें शवयात्राओं में तुरही बजाने के काम में शामिल किया, और यही उनका शौक बन गया।

"शादी की पार्टियों में लोग हमें बस ज़ोर-ज़ोर से बजाने के लिये कहते हैं। उन्हें इस बात से मतलब नहीं होता कि मैं क्या बजा रहा हूं।"

"उन्हें बस ज़ोर की आवाज़ और धूम-धड़ाका चाहिये।"

"लेकिन शवयात्राओं में मैं अपना दिल खोल कर बिना किसी दखल के अपना संगीत बजा पाता हूं," जो ने कहा, जिन्हें शवयात्राओं की शोभा बढ़ाने में आनंद मिलता है।

इस बैंड मास्टर और शिक्षक ने अपनी व्यस्त दिनचर्या में से थोड़ा समय निकाल कर अपने संगीत के करियर के ख़ास पल रिडिफ़.कॉम के साथ साझा किये।

वीडियो देखिये, और जानिये इस 70-वर्षीय जैज़ म्यूज़िशियन की दिल छू लेने वाली कहानी।

आप 9820620199 पर जो वेसोकर और उनके स्विंगिंग जैज़ डांस बैंड से संपर्क कर सकते हैं।